• Hindi - सामाजिक कहानियाँ

    छोटे-छोटे सुख

    आरव मिश्रा   भाग 1 – परिचय रामू की सुबह बाकी लोगों से बहुत अलग नहीं थी, पर उसमें कुछ खासियत थी जिसे वह खुद ही पहचानता था। उसकी आँखें भोर के हल्के उजाले के साथ खुल जातीं। घर छोटा था—मोहल्ले की तंग गलियों के बीच एक कमरे का मकान, जिसकी छत पर टीन की चादरें लगी थीं। गर्मियों में वे चादरें आग की तरह तपतीं और सर्दियों में उन पर ओस की बूंदें मोतियों की तरह चमकतीं। मगर रामू ने कभी शिकायत नहीं की। रामू की उम्र पैंतीस के आसपास थी। चेहरे पर हल्की दाढ़ी और माथे पर हमेशा…

  • Hindi - फिक्शन कहानी

    छोटे शहर की बड़ी बातें

    अमित वर्मा भाग 1 मुरादाबाद का जून महीना हमेशा कुछ न कुछ लेकर आता था। कभी धूल भरी आंधी, कभी बिना मौसम के बादल और कभी एकदम अचानक बारिश। उस दिन भी ऐसा ही हुआ। मैं अपनी स्कूटी लेकर ऑफिस से लौट रहा था जब अचानक आसमान फट पड़ा। बारिश की बूंदें ऐसी गिर रही थीं जैसे किसी ने ऊपर से बाल्टी भर के पानी उड़ेल दिया हो। मैं भागकर सामने वाले पुराने पेड़ के नीचे खड़ा हो गया। वहीं बगल में एक चाय की दुकान थी, नाम लिखा था—”काका की चाय, 1982 से”। दुकान उतनी ही पुरानी लग रही…

  • Comedy - English

    Mistakenly Yours

    Kabir Sanyal Part 1 It all started with a sandwich. Not the fancy kind with pesto and sun-dried tomatoes, but a simple, over-grilled aloo tikki sandwich that arrived with the wrong name scribbled on the delivery bag. To Ritu. Nayan stared at it, confused. He had ordered a classic cheese sandwich, and his name, in bold caps, was clearly Nayan. But the delivery guy was already halfway down the stairs, humming a Punjabi tune. Nayan sighed and peeled the sticker. Hunger won. Five buildings away, a woman named Ritu sat cross-legged on her balcony, staring into her phone with equal…