• Hindi - यात्रा-वृत्तांत

    देव दीपावली बनारस

    राकेश त्रिपाठी भाग 1 – अस्सी घाट की पहली सुबह सुबह के पाँच बज रहे थे। नवंबर की हल्की ठंडी हवा में वाराणसी शहर अभी नींद से पूरी तरह जागा नहीं था, लेकिन अस्सी घाट पर चहल-पहल शुरू हो चुकी थी। मैंने अपने बैग को कंधे पर टाँगा और होटल से बाहर निकलते ही महसूस किया कि यह यात्रा बाकी यात्राओं से अलग होने वाली है। सड़कें अभी तक खाली थीं, पर जैसे-जैसे मैं घाट की ओर बढ़ा, गली-कूचों में चाय की दुकानों से उठती भाप, समोसे तले जाने की खुशबू और पुकारते हुए ठेलेवाले धीरे-धीरे जीवन का संगीत छेड़…

  • English - Romance

    Whispers of Pinewood

    Aarushi Sen The road curved like a tired snake up the hillside, each turn opening to glimpses of mist rolling down the pines, and Mira Kapoor sat in the back seat of the rattling jeep clutching her bag as if it might steady her heart, wondering for the hundredth time if she was making a mistake by coming here at all, leaving behind the familiar noise of Delhi, the polished glass office towers, the people who used to smile at her in corridors but no longer looked her in the eye after she had broken off her engagement with Rohan,…

  • Hindi - सामाजिक कहानियाँ

    छोटे-छोटे सुख

    आरव मिश्रा   भाग 1 – परिचय रामू की सुबह बाकी लोगों से बहुत अलग नहीं थी, पर उसमें कुछ खासियत थी जिसे वह खुद ही पहचानता था। उसकी आँखें भोर के हल्के उजाले के साथ खुल जातीं। घर छोटा था—मोहल्ले की तंग गलियों के बीच एक कमरे का मकान, जिसकी छत पर टीन की चादरें लगी थीं। गर्मियों में वे चादरें आग की तरह तपतीं और सर्दियों में उन पर ओस की बूंदें मोतियों की तरह चमकतीं। मगर रामू ने कभी शिकायत नहीं की। रामू की उम्र पैंतीस के आसपास थी। चेहरे पर हल्की दाढ़ी और माथे पर हमेशा…