• Bangla - ভূতের গল্প

    ছায়ার ভেতর আলো

    মেঘলা রায় শিমুলডাঙা গ্রামের আকাশ যেন চিরকাল হালকা সীসের রঙে ঢেকে থাকে। গা ছমছমে নীরবতা এখানে শব্দের চেয়েও বেশি জোরালো। সেই নীরবতার বুক চিরে যে ঘরটা মাথা উঁচু করে দাঁড়িয়ে আছে, তার নাম—রায়চৌধুরী বাড়ি। টালির ছাদ ভেঙে পড়েছে অনেকখানি, জানালার পাল্লাগুলো খসে পড়ে আছে মাটিতে, কিন্তু তবুও সে একটা জীবন্ত শরীরের মতো মনে হয়—চুপচাপ শ্বাস নিচ্ছে, তাকিয়ে আছে। তিন বছর আগের কথা। অর্ক মিত্র, কলকাতার এক বিশ্ববিদ্যালয়ের ইতিহাসের ছাত্র, গবেষণার খোঁজে এসেছিল এই গ্রামে। বিষয়: ১৯৪০ সালের শেষদিকে গায়েব হয়ে যাওয়া রায়চৌধুরী পরিবারের কাহিনি। কেউ বলে জমিজমা নিয়ে ঝামেলা হয়েছিল, কেউ বলে অভিশাপ, কেউ বা বলে—ওই বাড়ির ভেতর একটা পুকুর…

  • Hindi - रहस्य कहानियाँ

    सांकलों के पीछे

    अर्चित रस्तोगी भाग १ चौक बाज़ार की पुरानी सड़कें जब रात के अंधेरे में चुप हो जाती हैं, तब भी एक जगह है जहाँ हलचल बनी रहती है—चौधरियों की हवेली। लोगों का कहना है कि उस हवेली के भीतर से आधी रात के बाद ज़ंजीरों की खनक सुनाई देती है। कोई कहता है बंधी हुई आत्मा है, तो कोई कहता है किसी ने वहाँ कुछ छुपा रखा है। राघव, एक २७ वर्षीय पत्रकार, दिल्ली से इस छोटे से शहर “दौरगंज” आया था। वह क्राइम रिपोर्टिंग में नाम कमाना चाहता था, पर दिल्ली की भीड़ और राजनीति ने उसे थका दिया…