आकाश देशमुख “नई शुरुआत” पृथ्वी, साल 2085। जलवायु परिवर्तन ने संसार को नष्ट करने की कगार पर ला खड़ा किया था। ग्लेशियरों के पिघलने और महासागरों के बढ़ते जल स्तर ने समस्त मानवता को एक अपार संकट में डाल दिया था। कुछ ही सालों में, बड़े-बड़े शहरों में जीवन जीना लगभग असंभव हो चुका था। प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, और अत्यधिक जनसंख्या के दबाव ने मनुष्य की जीवित रहने की क्षमता को बहुत ही कठिन बना दिया था। यह दुनिया एक अनिश्चितता से घिरी हुई थी, जहाँ हर कोई अपनी सुरक्षा और अस्तित्व की तलाश में था। इन सभी संकटों के…