• Hindi - सामाजिक कहानियाँ

    कागज़ की दीवारें

    दीपक मेहता भाग १ : नोटिस की दीवार सुबह का सूरज अभी ठीक से निकला भी नहीं था कि झुग्गी बस्ती की गलियों में हलचल मच गई। बच्चे स्कूल जाने की तैयारी में थे, औरतें चूल्हे पर चाय रख रही थीं, और आदमी अपने-अपने काम पर निकलने की सोच रहे थे। तभी किसी ने चिल्लाकर कहा— “अरे! देखो… हमारी बस्ती की दीवार पर कुछ चिपकाया गया है!” सभी लोग दौड़कर वहाँ पहुँचे। दीवार पर पीला-सा कागज़ चिपका था, जिस पर मोटे-मोटे अक्षरों में लिखा था— “सूचना : यह भूमि सरकारी है। यहाँ अवैध झुग्गियाँ बनाई गई हैं। पन्द्रह दिनों के…

  • Hindi - प्रेम कहानियाँ

    तेरे नाम की ख़ामोशी

    स्मृति चौहान भाग 1 – मुलाक़ात दिल्ली की उस ठंडी सुबह में हवा में हल्की धुंध घुली थी। कनॉट प्लेस की गोलाई पर कॉफ़ी शॉप्स की हलचल धीरे-धीरे बढ़ रही थी। भीड़ के बीच भी आरव को सब कुछ फीका लग रहा था। वह अपने लैपटॉप बैग को कंधे पर टाँगे एक पुरानी किताब की तलाश में ‘कॉफ़ी एंड पेजेज़’ नाम की बुक-कैफ़े में चला गया। कैफ़े का लकड़ी का दरवाज़ा खोलते ही उसकी नज़र उस पर पड़ी। खिड़की के पास वाली टेबल पर बैठी वह लड़की, जिसके बालों पर हल्की धूप झलक रही थी। उसकी आँखें किताब में गुम…

  • Hindi - नैतिक कहानियाँ

    गाथा एक चम्मच की

    मधुश्री चौहान १ गाँव की सुबह में एक अलग ही सादगी होती है—न शोर, न भागदौड़, बस मिट्टी की खुशबू और जागते जीवन की धीमी गूंज। ऐसी ही एक सुबह, जब सूरज की हल्की किरणें आम के पेड़ों को छूती हुई धीरे-धीरे ज़मीन पर उतर रही थीं, राधा अपने कच्चे घर के सामने झुकी हुई कुएँ से पानी भर रही थी। उसकी माँ गौरी भीतर चूल्हा जलाने में लगी थी और छोटी बहन मुनिया अब भी खाट पर आधी नींद में कसमसा रही थी। राधा के शरीर में नींद की थकान अभी भी थी, लेकिन आँखों में घर के हालातों…

  • Hindi - फिक्शन कहानी

    सत्ता के साये में

    कविता मेहरा भाग १ दिल्ली की सर्द सुबहें हमेशा कुछ छुपाए रखती हैं। कोहरे में लिपटी इमारतें, सड़क किनारे चाय की दुकानों से उठती भाप, और नेताओं की कारों के काफ़िले—इन सबके बीच कुछ ऐसा भी चलता है जो दिखाई नहीं देता, पर असर छोड़ता है। साउथ ब्लॉक के पीछे एक पुरानी बिल्डिंग है—’शंकर निवास’—जहाँ कभी एक मंत्री का परिवार रहता था, पर अब वहाँ रहस्यों की परछाइयाँ घूमती हैं। नेहा वर्मा, एक तेज़-तर्रार पत्रकार, ‘नव भारत आज’ चैनल की इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टर है। ३२ साल की नेहा राजनीति की गलियों में सच खोजने की आदी हो चुकी थी। उसका काम…