नीरजा राजन अध्याय 1: मौत की खबर लखनऊ की जनवरी की उस ठंडी सुबह में सूरज की किरनें भी किसी अनकहे संकोच के साथ ज़मीन पर उतर रही थीं, जैसे उन्हें भी शहर की हवा में पसरे भारीपन का अंदाज़ा हो। हज़रतगंज के उस पॉश अपार्टमेंट “रॉयल हाइट्स” की चौथी मंज़िल पर हलचल मच चुकी थी। नीली साड़ी में लिपटी हुई नैना सक्सेना की निर्जीव देह बालकनी के रेलिंग से नीचे लॉन में पड़ी थी—एक खामोश चीख की तरह। चारों तरफ पुलिस की बैरिकेडिंग, मीडिया की भीड़, और मोबाइल कैमरों की चमक थी; पर हर किसी के भीतर एक ही…