• Bangla - ভূতের গল্প

    मसान घाट की परछाईं

    अरुणा सहाय अमावस्या की रात के आने से पहले ही गाँव का वातावरण बदलने लगता था। दिन में साधारण दिखने वाला यह गाँव जैसे ही अंधेरे में डूबने लगता, वैसे ही हर कोने में एक अनजाना डर उतर आता। बच्चे जब खेलते-खेलते नदी की ओर भागते तो बुज़ुर्ग अपनी डाँट और चेतावनी से उन्हें रोकते—“आज घर जल्दी लौट आओ, अमावस्या की रात है, मसान घाट से दूर रहना।” उनके स्वर में सिर्फ सख्ती नहीं होती, बल्कि एक गहरी चिंता और डर झलकता था, मानो वे खुद भी उन छायाओं से डरे हों जो रात ढलते ही गाँव के किनारे बसे…

  • Hindi - प्रेतकथा

    तांत्रिक की किताब

    अनुपमा गुप्ता अध्याय १ – पुरानी लाइब्रेरी का रहस्य गाँव के परित्यक्त हिस्से में कदम रखते हुए आदित्य के भीतर एक अजीब-सी सनसनी दौड़ गई। वह गाँव, जहाँ समय जैसे ठहर गया था, टूटी-फूटी हवेलियों, सूनी गलियों और सूख चुके कुओं के बीच भूतहा-सा माहौल पेश करता था। आदित्य एक युवा शोधकर्ता था, जिसके भीतर इतिहास और अतीत के रहस्यों को खंगालने की अटूट जिज्ञासा थी। शहर से आए इस पढ़ाकू युवक ने गाँव के लोगों से सुना था कि पुराने ज़माने में यहाँ एक बड़ी हवेली के भीतर विशाल लाइब्रेरी हुआ करती थी, जहाँ दुर्लभ ग्रंथ, पांडुलिपियाँ और तंत्र-मंत्र…

  • Hindi - प्रेतकथा

    अंधेरे की पुकार

    आलोक पाण्डेय १ राजस्थान की तपती हुई धरती पर फैला हुआ था कर्णपुरा गाँव—एक ऐसा स्थान जहाँ गर्म हवाएँ दिन में साँय-साँय करती थीं और रात होते ही सब कुछ जैसे ठहर जाता था। चारों ओर बंजर ज़मीन, सूखे पेड़ों की छाँह, और रेत में गहराती चुप्पी। जुलाई की उस दोपहर में, जब सूरज अपनी पूरी प्रखरता से चमक रहा था, दिल्ली विश्वविद्यालय से रिसर्च स्कॉलर अन्वेषा शर्मा ने पहली बार इस गाँव की मिट्टी को छुआ। हाथ में डायरी, बैग में रिकॉर्डिंग डिवाइस और मन में ढेर सारे सवाल लेकर वह एक पुरानी जीप से उतरी, जो उसे शहर…

  • Hindi - प्रेतकथा

    वापसी – हवलदार की आत्मा

    निरंजन पाठक राजीव शर्मा एक तेज़-तर्रार और तर्कशील पत्रकार था। वह हमेशा से उन कहानियों के पीछे भागता था, जिनमें रहस्य, सनसनी और थोड़ा खतरा हो। दिल्ली के एक प्रमुख न्यूज़ पोर्टल में काम करते हुए उसने कई बार विवादास्पद रिपोर्टों पर काम किया था, लेकिन अब वह कुछ अलग करना चाहता था — ऐसा कुछ, যা सिर्फ ख़बर न होकर, अनुभव बन जाए। एक दिन जब वह अपने पुराने कॉलेज के प्रोफेसर से मिलने गया, तब बातचीत में हिमाचल के एक छोटे से गाँव ज्योरीधार का ज़िक्र आया। प्रोफेसर बोले, “वहाँ एक पुरानी हवेली है, जिसे लोग ‘हवलदार की…