१ बारिश की हल्की बूँदें बेंगलुरु की सड़कों पर नाचती हुई बह रही थीं। रात लगभग साढ़े बारह बज रहे थे और सड़कें दिनभर के ट्रैफिक के बाद अब शांत थीं, बस कहीं-कहीं गाड़ियों की हेडलाइट्स और चाय की दुकानों की मद्धम रोशनी दिख रही थी। आर्यन मल्होत्रा अपनी पुरानी लेकिन भरोसेमंद स्कूटी पर सवार, एक आख़िरी डिलीवरी करने के इरादे से निकला था। उसके फोन की स्क्रीन पर फ़ूड डिलीवरी ऐप खुला था, और ऊपर से आती बारिश की बूंदें स्क्रीन पर गिरकर फैल रही थीं। तभी अचानक ऐप की लाइट थीम धीरे-धीरे काली हो गई—जैसे किसी ने अंदर…