• Hindi - क्राइम कहानियाँ

    काली डायरी

    श्रुति चतुर्वेदी १ बनारस की संकरी गलियों में सुबह का उजाला अक्सर धुएँ और धूल में घुला होता है, लेकिन उस दिन ठंड के कुहासे में जो चीज़ सबसे अलग दिखी, वो था—शव। सोनारपुरा की एक टूटी-फूटी हवेली के पीछे कूड़े के ढेर पर मिली थी एक लाश—एक अधेड़ उम्र के आदमी की, जिसकी आँखें खुली थीं, जैसे मरते वक्त वो किसी चीज़ को देख रहा था… या शायद पहचान रहा था। घटनास्थल पर सबसे पहले पहुँची इंस्पेक्टर श्रद्धा त्रिपाठी की नजर सीधे उसके दाहिने हाथ पर गई, जहाँ खून से सना एक छोटा सा काला नोटबुक पड़ा था। न…