१ मुंबई की हलचल भरी सुबह में, जब अरब क्रिएटिव एजेंसी की 12वीं मंज़िल पर धूप कांच की दीवारों से छनकर बोर्डरूम में गिर रही थी, तभी नए कैंपेन की मीटिंग शुरू हुई। एजेंसी का यह सबसे बड़ा प्रोजेक्ट था—एक इंटरनेशनल ब्रांड का भारत में पहला बड़ा लॉन्च—और हर कोई इस मीटिंग में अपनी चमक दिखाने के लिए तैयार बैठा था। कमरे में मौजूद क्लाइंट, अकाउंट मैनेजर, आर्ट डायरेक्टर्स, और कॉपी टीम के बीच, अरब मेहता की उपस्थिति अलग ही थी। शांत, सधे हुए, लेकिन आंखों में गहराई लिए, वह क्रिएटिव डायरेक्टर के तौर पर अपने नोट्स के साथ तैयार…
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दिव्या कपूर १ बैंगलोर की हल्की बारिश वाली उस सुबह रीमा सेन ने एक हाथ में छाता और दूसरे हाथ में एक भारी बैग थामे ऑटो से उतरते ही चैन की सांस ली। कोलकाता से आए हुए उसे कुछ ही दिन हुए थे, लेकिन इस शहर की सड़कों और ट्रैफिक ने पहले ही उसे बता दिया था कि यहां की ज़िंदगी कितनी तेज़ है। वो एक नई नौकरी की शुरुआत करने जा रही थी – एक ग्राफिक डिज़ाइन स्टार्टअप में, जहाँ उसकी क्रिएटिविटी को पहली बार सही मायने में पहचान मिलने वाली थी। लेकिन सबसे बड़ी चिंता थी – रहने…