शशांक त्रिवेदी १ कश्मीर की पहाड़ियों में दिसंबर की कड़ाके की ठंड बर्फ के परदे की तरह चारों ओर फैली थी। गुलमर्ग के निकट, बर्फ से ढके एक निर्जन घाटी में सेना की एक स्पेशल यूनिट गश्त पर थी—नेतृत्व कर रहे थे मेजर शौर्य व्यास, जो अपनी दृढ़ निगाहों और अचूक निर्णयों के लिए जाने जाते थे। सेना को एक हफ्ते पहले सूचना मिली थी कि LOC के करीब किसी दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों के संकेत मिले हैं, लेकिन सैटेलाइट इमेज में कुछ अजीब सा दिखा—बर्फ के नीचे गोलाकार संरचना की आकृति, जो प्राकृतिक नहीं थी। संदेह और…