• Hindi - कल्पविज्ञान

    आख़िरी प्रयोगशाला

    राघव आहूजा साल 2097 का जून महीना था, लेकिन मौसम अब किसी कैलेंडर का पालन नहीं करता था—पृथ्वी का संतुलन कब का बिगड़ चुका था, और तापमान अब मनमानी करता था; दिल्ली कभी -5°C में जम जाती थी तो कभी 57°C की आग उगलती गर्मी में झुलस जाती थी, और इन्हीं विपरीतताओं से बचने के लिए बनाए गए थे बायोडोम्स—मानव सभ्यता के कृत्रिम गढ़, कांच और स्टील से बने बंद ग्रह, जिनके अंदर समय, वायुमंडल, सूर्यप्रकाश, बारिश, हवा, सब कुछ नियंत्रित किया जाता था; और इन बायोडोम्स के बीच सबसे उन्नत था न्यू दिल्ली बायोडोम, जिसे अब बस “एनडीबी” के…